लेखनी प्रतियोगिता -30-Jun-2023 बाॅस की बीबी का मिजाज
बांस की बीबी का मिजाज
" नवीन तुम आज इतने लेट क्यौ आये हो? इसका जबाब मुझे लिखित में चाहिए ?", नवीन के बांस अंकुर ने कडक आवाज में नवीन से पूछा।
नवीन बीॅस के इस बांत से थोड़ा सा परेशान होगया और हकलाता हुआ बोला," सर जी आप सुबह अचानक पत्नी की तबियत ख़राब होगई थी। इसलिए बच्चौ को तैयार करके स्कूल भेजना पडा था.। इसीलिए देर होगई थी आगे से ध्यान रखूंगा।"
" तुम सभी लोगौ का बहुत बुरा हाल होगया है मैने अक्सर देखा है कि तुम सभी अपनी बीबियौ से बहुत डरते हो बीबी के गुलाम बनकर रह गये हो। करौना के बाद बीबियौ ने भी हद कर डाली है। अब बीमारी का बहाना बनाकर घर का पूरा काम पतियौ से ही कराना चाहती हैं तुम सभी मुझसे कुछ सीखो मैंने अपनी पत्नी को साफ समझा दिया था कि अपनी हद में रहना। हद से बाहर निकलेगी तब पछताना होगा।", इतना कहकर वह ताली बजाकर हसने लगा।
उस समय वहाँ केविन में बैठे लोग अंदर ही अंदर हसने लगे लेकिन बॉस के डर के कारण कुछ नहीं बोल सके। सभी ने अपनी नजर नीचे झुकाली।
नवीन भी कुछ नहीं बोल सका। समय बीतने लगा लेकिन नवीन उस दिन की बांस के द्वारा की गयी बेइज्जती को भूल नहीं सका।
उसी बीच नवीन को एक दिन किसी काम से बांस के घर जाना पड़
क्यौकि उस दिन बांस आफिस नहीं आया था। जब नवीन ने बांस के घर की डोरबैल बजाई तब बांस का बेटा दरवाजे पर आया।
नवीन ने बांस के बेटे से पूछा," बेटा पापा कहाँ हैं ,? और वह क्या कर रहे हैं ?"
बांस का बेटा फाटक से बोला," मम्मी बीमार है इसलिए वह बर्तन साफ कर रहे है। आज कामवाली आंटी नहीं आई हैं। बैसे भी जब भी मम्मी बीमार होती हैं पापा को ही बर्तन साफ करने पड जाते है।क्यौकि उसदिन अक्सर कामवाली आंटी नहीं आती है।" इतना कहकर उसने दरवाजा खोल दिया।
उसकी बात सुनकर नवीन को बांस का उसदिन वाला लैक्चर याद आग्या और नवीन उसे याद करके हसने लगा।
तब तक बांस अपने हाथ पौछते हुए वहाँ आगये क्यौकि उन्होन
अपने बेटे की पूरी बात सुनली थी। वह नवीन से नजरे चुरा रहे थे।
नवीन ही बोला," गुड मार्निंग सर !"
अंकुर नवीन की गुड मार्निंग का जबाब दिखाता तब तक अंकुर की पत्नी पानी का गिलास लेकर आगई । बाॅस की पत्नी को देखकर नवीन बोला," नमस्ते भाभीजी? अब आपकी तबियत कैसी है? "
मेरी तबियत को क्या हुआ है? मैं तो बिल्कुल ठीक हूँ। आपको किसने कहा कि मैं बीमार हूँ। ?" बांस की पत्नी ने नवीन से पूछा।
"अभी दरवाजा खोलते वक्त आपका बेटा कह रहा था कि मम्मी बीमार हैं कामवाली आंटी नहीं आई हैं इसलिए पापा बर्तन साफ कर रहे हैं।', यह बात नवीन ने अंकुर की तरफ नजर करके कही जिससे उसे अपना लैक्चर याद आजाये।
अंकुर की पत्नी बोली," देखो भाई साहब मैने इनको साफ कह दिया है कि जिसदिन कामवाली वाई नहीं आयेगी बर्तन आपको साफ करने हौंगे। ठीक है भाई साहब? ,"
नवीन को बोलने का मौका मिल गया था इस लिए वह इसे कैसे जाने देता? वह बोला," भाभी जी मैं तो इसमें कोई शरम नहीं करता हूं मै भी घर का बहुत काम बीबी के साथ करवाता हूँ।" वह कुछ और कहना चाहता था परन्तु अंकुर ने उसकी तरफ आँख से इशारा कर दिया जिससे वह इतना कहकर चुप होगया।
इसके बाद नवीन जिस काम के लिए आया था वह काम करवाकर आफिस चला गया। नवीन ने आफिस जाकर यह खबर सबको सुनाई सभी लोग ठहाके मारकर हसने लगे।
इस घटना के बाद अंकुर ने फिर कभी भी लैक्चर नहीं दिया क्यौ कि अंकुर की बीबी उसकी भी बाॅस निकली इसकी खबर आफिस के पूरे स्टाफ को मालूम थी।बाॅस की बीबी के मिजाज की खबर नवीन ने पूरे स्टाफ को बता थी।
आज की दैनिक प्रतियोगिता हेतु रचना ।
नरेश शर्मा "प
Gunjan Kamal
03-Jul-2023 06:58 AM
बहुत खूब
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Abhinav ji
01-Jul-2023 07:52 AM
Very nice 👍
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Mohammed urooj khan
30-Jun-2023 09:38 PM
👌👌👌👌
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